jamna ke pani ki tabahahi
यमुना का जलस्तर
रात 10 बजे तक 207.32 मीटर
नजारा देखने के लिए लगा जाम
रिंग रोड से सटे इस पुल पर यमुना का विकराल रूप देखने को जमा सैकड़ों लोगों के कारण लंबा जाम लगा था। यहां पर बने मंदिर के महंत जगदीश ने बताया कि पिछले दो घंटों में पानी ने यमुना सुर घाट की दीवार लांघकर अंदर प्रवेश कर लिया। आगे न जाने क्या होगा?
दोपहर 2.00 बजे
वजीराबाद पुल
रिंग रोड तक पहुंचा पानी
सड़क पर जमा पानी यमुना क्षेत्र में डालने के लिए बनाई गई नालियां ही आज मुसीबत बन गई। सड़क के साथ बनी तीन फुट की दीवार तक यमुना का पानी टक्कर मार रहा था और इन नालियों से रिंग रोड पर प्रवेश कर लिया। कट्टों और मिट्टी से नालियां बंद की जा रहीं थी।
दोपहर 2:50 बजे चंदगी राम अखाड़ा
गायों को बचाने की जद्दोजहद
गरीब गऊशाला और शिव मंदिर में फंसी करीब चालीस गायाें को लोग बाहर निकालने के प्रयास में जुटे हुए थे। इनमें करीब तीस गायों को निकाला जा चुका था, जबकि अन्य गायों को जलस्तर बढ़ने पर कड़ी मशक्कत करने पर करीब पौने घंटे बाद निकाला जा सका।
दोपहर 3:40 बजे गरीब गऊशाला
यमुना नदी के विकराल रूप धर लेने पर कोई बर्बाद हुआ तो कोई इसे रोमांचकारी पल मानकर परिवार के साथ देखने पहुंचा। रिंग रोड पर करीब 18 किलोमीटर तक साथ बहती यमुना के उफनने पर छह स्थानों पर कुछ घंटों तक दहशत और रोमांच के बीच दिल्ली से राकेश भट्ट और कैमरामैन अनिल कुमार व कुमार संजय की लाइव रिपोर्ट :-
पंटून पुल बहा
हरि ने बताया कि पानी बढ़ने के साथ ही मंगलवार रात पंटून पुल को खोल कर बांध दिया था। लेकिन बुधवार शाम तक पुल के कई कैप्सूल बह गए। यहां सिग्नेचर ब्रिज का काम भी रोक दिया गया। उसके पिलर के नीचे से पानी निकलने पर लोगों को हटने की चेतावनी दी जा रही थी।
दोपहर 2:15 बजे, पंटून पुल
पानी में घुसकर बचाया सामान
तिब्बत मार्केट की दो सौ दुकानाें में पानी कंधाें तक पहुंच गया था। लोग सिर पर सामान रखकर बाहर आ रहे थे। एसडीएम श्याम चंद्र की चेतावनी के बाद भी लोग सामान निकालने जुटे थे। गेट पर भीड़ को देखकर दुकानदार बिल्ला चिल्लाया, ‘हम बर्बाद हो गए और आप रोमांच के लिए आए हैं।
दोपहर 3:30 बजे मॉनेस्ट्री
डूब गए दर्जनों वाहन
आईएसबीटी के सामने यमुना का किनारा, यहां करीब दो दर्जन वाहन डूब गए। इन वाहनों को पुलिस ने जब्त कर रखा था। एटा निवासी ट्रक ड्राइवर कालू ने बताया, ‘परसों हमारे दो ट्राले पकड़कर यहां खड़ा करा लिए थे। एक में ड्रम और दूसरे में फैब्रिक लदा था।’
दोपहर 4:00 बजे आईएसबीटी
दिल्ली में बाढ़ के बाद बचाव
दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर और वजीराबाद पुल के आसपास के क्षेत्रों में घुस आए बाढ़ के पानी से बचने के लिए लोग जद्दोजहद कर रहे हैं। कोई अपनों को तो कोई अपने सामान को लेकर फिक्रमंद है। किसी के हाथ में बर्तन हैं तो कोई अपने पालतू जानवर काे बचाने में जुटा है
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