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आडवाणी मनाने को उमड़े पार्टी नेता


मनाने को उमड़े पार्टी नेता
संसदीय बोर्ड ने नामंजूर किया इस्तीफा
संसदीय बोर्ड ने एकमत से आडवाणी का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। उनके नेतृत्‍व और मार्गदर्शन की पार्टी को सख्त जरूरत है। अध्यक्ष्‍ा होने के नाते मैं यह स्‍पष्ट करना चाहता हूं कि उनका इस्‍तीफा किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। - राजनाथ सिंह
मोदी से खफा पितामह कोपभवन में
आडवाणी ने भाजपा के सभी अहम पदाें से इस्तीफा दिया
आडवाणी के पत्र का मजमून
दिनभर का घटनाक्रम
कलह से गदगद कांग्रेस
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लाचार कांग्रेस अब भाजपा की अंदरूनी कलह से गदगद है। इस पर चुटकी लेते हुए जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि जिस तरह से मोदी को चुनाव समिति की कमान दी गई वह असाधारण है। यह भाजपा के संपूर्ण सैद्धांतिक पतन की शुरुआत है। वहीं, दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी ने हमेशा उन्हीं हाथों को काटा हैं, जिन्होंने उन्हें आगे बढ़ाया।
आडवाणी-मोदी जंग में बंटा एनडीए
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ताजपोशी से नाराज भाजपा के पितामह लालकृष्ण आडवाणी ने सभी अहम पदों से इस्तीफा देकर पूरी पार्टी में भूचाल ला दिया है। उनके इस्तीफे के बाद सोमवार को भाजपा ही नहीं, संघ और राजग में भी हड़कंप मच गया।
आडवाणी को मनाने की दिन भर हुई कोशिशें नाकाम रहीं। भाजपा सहित राजग में शामिल सभी दलों के नेताओं के साथ-साथ संघ ने भी इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आडवाणी से इसे वापस लेने की अपील की है। पूरी पार्टी विवाद का सम्मानजनक हल निकालने के लिए माथापच्ची में जुटी है। हालांकि मान-मनौवल के बीच पार्टी और संघ ने साफ संकेत दिए हैं कि विवाद का कारण बने मोदी को चुनाव समिति की कमान सौंपने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं होगा। मनाने की इन कोशिशों के बीच राजनाथ सिंह ने आडवाणी का इस्तीफा स्वीकार नहीं करने की घोषणा की है। शाम को हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में भी आडवाणी के इस्तीफे को खारिज कर दिया गया। मोदी मसले पर पार्टी नेतृत्व और आडवाणी के बीच बीते तीन दिन से जारी शीत युद्ध सोमवार को आर-पार की जंग में तब्दील हो गया।
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आडवाणी और मोदी की जंग का असर एनडीए गठबंधन पर भी दिख रहा है। जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा है कि आडवाणी एनडीए के चेहरे हैं। उनके इस्तीफे के बाद एनडीए के बारे में जदयू को नए सिर से विचार मंथन करना होगा। शिवसेना ने भी कह दिया है कि आडवाणी के बिना एनडीए अधूरा है। वहीं, एनडीए के तीसरे अहम घटक अकाली दल ने आडवाणी-मोदी की जंग को भाजपा का अंदरूनी मामला बताकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
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नई दिल्‍ली । मंगलवार। ११ जून 201३
संघ ने राजनाथ से दो टूक कहा, आडवाणी को मनाएं, लेकिन मोदी की कीमत पर नहीं
11:00 बजे सुबह आडवाणी ने राजनाथ को अपना त्यागपत्र भेजा
12:30 बजे राजनाथ सिंह आडवाणी के निवास पर पहुंचे, उन्हें मनाने की कोशिश की। इससे पहले राजनाथ ने आडवाणी से पूछा कि वह और मोदी उनसे मिलना चाहते हैं, तो आडवाणी ने राजनाथ से अकेले ही आने को कहा
2:00 बजे के बाद इस्तीफे की खबर फैली। आडवाणी को मनाने भाजपा नेता उनके घर पहुंचने लगे
4:00 बजे राजनाथ के निवास पर बैठक हुई, मनाने पर चर्चा
९ः15 बजे भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में इस्‍तीफा नामंजूर
किन पदों से दिया इस्तीफा
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी
पार्टी संसदीय बोर्ड
पार्टी चुनाव समिति
भाजपा संसदीय दल के चेयरमैन और एनडीए के कार्यकारी चेयरमैन बनेे रहेंगे आडवाणी
राजधानी
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वर्ष 11 अंक 62, पृष्ठ ः 16 मूल्य ः तीन रुपये
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मान मनौव्वल के बाद इस्तीफा वापस ले लें। पार्टी उन्हें आश्वस्त करे कि भविष्य में बड़े फैसलों में उनकी अहम भूमिका होगी। उनके करीबियों की पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका हो। निर्णय प्रक्रिया में अहम जिम्मेदारी मिले।
प्रिय राजनाथ सिंह जी
मैंने जीवन में पहले जनसंघ और फिर भाजपा की पूरे गर्व के साथ सेवा की है। मगर पिछले कुछ समय से पार्टी जिस ढंग से चलाई जा रही है और जिस दिशा में जा रही है, उससे तालमेल बिठा पाना मेरे लिए मुश्किल है। मुझे नहीं लगता कि यह वही आदर्शवादी पार्टी है, जिसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय, नानाजी देशमुख और अटल जी जैसे लोगों ने बनाया था। जिनकी एकमात्र चिंता ये देश और इसके लोग रहे हैं। आज की तारीख में हमारे ज्यादातर नेता अपने निजी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए मैंने पार्टी के तीन प्रमुख मंचों राष्ट्रीय कार्यकारिणी, संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इस पत्र को मेरा त्यागपत्र समझा जाए।
- लाल कृष्ण आडवाणी
असर
इस्तीफा वापस नहीं लेते हैं तो पार्टी में खेमेबाजी बढ़ेगी। इसका असर आगामी चुनावों पर पड़ेगा। एनडीए का कुनबा घट सकता है। अगर चुनावों में मोदी का जादू चल गया तो हमेशा के लिए हाशिए पर जा सकते हैं।
मेरी आडवाणी जी से फोन पर विस्तार से बात हुई है। मैंने उनसे अपना निर्णय बदलने का आग्रह किया है। मुझे उम्मीद है कि वह लाखों कार्यकर्ताओं को निराश नहीं करेंगे। - नरेंद्र मोदी, ट्विटर पर
भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी का इस्तीफा देना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी को इस मसले का उचित तरीके से समाधान करना चाहिए। - मोहन भागवत, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख

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