ऑटो का किराया-कार की सवारी
एसटीए बोर्ड ने दी मंजूरी, यूरो-चार मानक वाहन उतरेंगे
नई दिल्ली। एनसीआर की सड़कों पर आपको जल्द ही ऑटो रिक्शा के किराए पर छोटी कार की सवारी मिलेगी। दिल्ली के राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) बोर्ड ने चार पहिया वाहन (खिलौना कार लुक) वाले टाटा आइरिस सीएनजी व उस फीचर्स के अन्य मॉडल को थ्री सीटर ऑटो रिक्शा (टीएसआर) स्कीम में रजिस्ट्रेशन की मंजूरी दे दी है। अभी दिल्ली में 86 हजार ऑटो रिक्शा दौड़ रहे हैं। आरक्षित श्रेणी के तहत जो परमिट बचे हुए हैं, उसमें भी नया स्वीकृत वाहन रजिस्टर कराया जा सकेगा।
योजना में ज्यादा से ज्यादा वाहन उतारे जा सकें, इसलिए एसटीए बोर्ड ने इस पर लगी कैप (क्षमता सीमा) हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाने का फैसला भी किया है। बोर्ड ने टाटा आइरिस व उस जैसे फीचर्स वाले वाहनों को योजना में शामिल करने से पहले वाहन की जांच भी की है। बताते हैं कि ड्राइवर समेत चार लोग इसमें बैठ सकेंगे। पिछली सीट पर ऑटो में तीन यात्री बैठते हैं, जबकि इसमें दो बैठेंगे। एक यात्री अगली सीट पर आराम से बैठ सकेगा।
अधिकारियों के अनुसार यह यूरो-4 मानक प्रदूषण कम करेगा और फुली कवर होने से यात्रियों को धूप और बारिश से बचाएगा। इस चार पहिया टीएसआर की कीमत थ्री व्हीलर टीएसआर से करीब डेढ़ गुना पड़ेगी। अभी तक दिल्ली में इसकी बिक्री नहीं हो रही है। कंपनी जल्द ही लॉन्च करेगी।
दिल्ली सरकार ने एनसीआर में सात हजार कारपोरेट रेडियो ऑटो रिक्शा उतारने के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। ये ऑटो रिक्शे गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद व गुड़गांव समेत एनसीआर में आवागमन आसान करेंगे। अब एसटीए ने टीएसआर स्कीम में टाटा आइरिस व उसके जैसे अन्य वाहनों को स्वीकृति दी है जिससे भविष्य में जीपीएस व रेडियो कंप्यूनिकेशन से लैस सर्विस में इन वाहनों को उतारे जाने की संभावना है।
कैप हटाने को कोर्ट से अनुमति मांगेंगे
•एनसीआर में दौड़ने वाले सात हजार थ्री व्हीलाें का स्थान ले सकती है
•एसट
•चार पहिया सुरक्षित वाहन में एम1 सुरक्षा मानक की है जो वर्तमान ऑटो रिक्शा से ज्यादा सुरक्षित है।
•यूरो-चार मानक का होने से इको-फ्रेंडली हैं।
•सड़क पर जगह भी ऑटो रिक्शा के बराबर ही घेरेगा।
•ऑटो के ही बराबर माइलेज। रखरखाव और लागत भी कम।
•स्टेयरिंग और पैर से सारा कंट्रोल होने से चलाना आसान।
•एआरएआई ने टीएसआर के तहत पहले ही स्वीकृति दी है।
ये हैं खूबियां
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