फ़ेसबुक पर दबाव, हटाएगा आपत्तिजनक वीडियो
अंतिम अपडेट 2 मई 2013 1:19 PM IST पर
फ़ेसबुक पर आपने भी कभी न कभी ऐसे वीडियो देखे होंगे जिसमें किसी का सर कलम किया गया होगा। ऐसे वीडियो अक्सर वायरल हो जाते हैं और लोग इन्हें सोशल मीडिया पर खूब शेयर भी करते हैं।
फ़ेसबुक ने अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि वो अपनी साइट पर ऐसे किसी भी वीडियो को नहीं रहने देगा और इस समय मौजूद ऐसे वीडियो को फ़ेसबुक से हटा भी लिया जाएगा।
फ़ेसबुक का कहना है, ‘‘हम किसी भी ऐसे वीडियो को हटा देंगे जिसके बारे में हमें रिपोर्ट किया गया हो। हम इस बारे में अपनी नीति की भी समीक्षा कर रहे हैं कि ऐसी किसी सामग्री से कैसे निपटा जाए।’’
ये खबर ऐसे समय में आई है जब बीबीसी ने ये उजागर किया कि फ़ेसबुक की अपने सुरक्षा बोर्ड के एक सदस्य ने फ़ेसबुक के रुख की आलोचना की है।
इससे पहले फ़ेसबुक बार बार कहता रहा है कि वो ऐसे किसी वीडियो को नहीं हटाएगा।
फ़ेसबुक का पहले ये रुख रहा था कि लोगों को अपनी दुनिया के बारे में अपने हिसाब से बातें रखने का हक है।
लेकिन अमरीका की फैमिली ऑनलाइन सेफ्टी इंस्टीट्यूट (फोसी) का कहना था कि सर कलम करने वाले वीडियो एक सीमा को लांघते हैं।
संगठन के मुख्य कार्यकारी स्टीफन बाल्कम का कहना था, ‘‘ निजी तौर पर और व्यावसायिक तौर पर मुझे लगता है कि इस मामले में फ़ेसबुक ने गलत फैसला किया है।’’
इससे पहले ब्रिटेन में भी कई संगठनों ने फ़ेसबुक पर सर कलम करने वाले वीडियो अपलोड करने की आलोचना की थी और इन्हें हटाए जाने की मांग की थी।
फ़ेसबुक ने अब ये चेतावनी उस वीडियो के आने के बाद जारी की है जिसमें एक नकाबपोश व्यक्ति को एक महिला का सर कलम करते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो एक मिनट का है।
वीडियो की आवाज़ के अनुसार यह फुटेज मेक्सिको में फिल्माया गया है।
इतना ही नहीं पिछले बुधवार को दो लोगों के सर कलम करने का एक और वीडियो फ़ेसबुक पर शेयर किया गया था।
बेलफास्ट यूनिवर्सिटी के एक छात्र रेयान एल ने बीबीसी को बताया कि जब उन्होंने अपने दोस्त की न्यूज़ फीड में इस वीडियो को देखा तो उन्होंने फ़ेसबुक से इसकी शिकायत की थी।
लेकिन इसके जवाब में फ़ेसबुक ने कहा था, ‘‘ आपकी शिकायत के लिए धन्यवाद लेकिन हमने पाया कि यह हिंसा के मामले में फ़ेसबुक के सामुदायिक मानकों का उल्लंघन नहीं करता है।’’
फ़ेसबुक पूर्व में कह चुका था कि वो ऐसी सामग्री को यूं ही छोड़ देगा।
अमरीका और ब्रिटेन में फ़ेसबुक की इस तरह के वीडियो के मामलों में कड़ी आलोचना हुई है।
ब्रितानी सरकार की बच्चों की इंटरनेट पर सुरक्षा संबंधी काउंसिल के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य जॉन कॉर का कहना था कि फ़ेसबुक इस मामले में अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
इतना ही नहीं एक ऑनलाइन याचिका के ज़रिए भी फ़ेसबुक पर दबाव बनाया गया था कि वो उस वीडियो को हटाए जिसमें एक व्यक्ति का सर कलम करते हुए दिखाया गया है।
इस वीडियो को यह रिपोर्ट लिखते वक्त तक 200 से अधिक लाइक मिल चुके थे।
फ़ेसबुक अधिकारी बाल्कम का कहना है कि ऐसे वीडियो क्लिप को फैलने से रोकने के आइडिया पर विचार किया जा सकता है
फ़ेसबुक ने अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि वो अपनी साइट पर ऐसे किसी भी वीडियो को नहीं रहने देगा और इस समय मौजूद ऐसे वीडियो को फ़ेसबुक से हटा भी लिया जाएगा।
फ़ेसबुक का कहना है, ‘‘हम किसी भी ऐसे वीडियो को हटा देंगे जिसके बारे में हमें रिपोर्ट किया गया हो। हम इस बारे में अपनी नीति की भी समीक्षा कर रहे हैं कि ऐसी किसी सामग्री से कैसे निपटा जाए।’’
ये खबर ऐसे समय में आई है जब बीबीसी ने ये उजागर किया कि फ़ेसबुक की अपने सुरक्षा बोर्ड के एक सदस्य ने फ़ेसबुक के रुख की आलोचना की है।
इससे पहले फ़ेसबुक बार बार कहता रहा है कि वो ऐसे किसी वीडियो को नहीं हटाएगा।
फ़ेसबुक का पहले ये रुख रहा था कि लोगों को अपनी दुनिया के बारे में अपने हिसाब से बातें रखने का हक है।
लेकिन अमरीका की फैमिली ऑनलाइन सेफ्टी इंस्टीट्यूट (फोसी) का कहना था कि सर कलम करने वाले वीडियो एक सीमा को लांघते हैं।
संगठन के मुख्य कार्यकारी स्टीफन बाल्कम का कहना था, ‘‘ निजी तौर पर और व्यावसायिक तौर पर मुझे लगता है कि इस मामले में फ़ेसबुक ने गलत फैसला किया है।’’
इससे पहले ब्रिटेन में भी कई संगठनों ने फ़ेसबुक पर सर कलम करने वाले वीडियो अपलोड करने की आलोचना की थी और इन्हें हटाए जाने की मांग की थी।
फ़ेसबुक ने अब ये चेतावनी उस वीडियो के आने के बाद जारी की है जिसमें एक नकाबपोश व्यक्ति को एक महिला का सर कलम करते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो एक मिनट का है।
वीडियो की आवाज़ के अनुसार यह फुटेज मेक्सिको में फिल्माया गया है।
इतना ही नहीं पिछले बुधवार को दो लोगों के सर कलम करने का एक और वीडियो फ़ेसबुक पर शेयर किया गया था।
बेलफास्ट यूनिवर्सिटी के एक छात्र रेयान एल ने बीबीसी को बताया कि जब उन्होंने अपने दोस्त की न्यूज़ फीड में इस वीडियो को देखा तो उन्होंने फ़ेसबुक से इसकी शिकायत की थी।
लेकिन इसके जवाब में फ़ेसबुक ने कहा था, ‘‘ आपकी शिकायत के लिए धन्यवाद लेकिन हमने पाया कि यह हिंसा के मामले में फ़ेसबुक के सामुदायिक मानकों का उल्लंघन नहीं करता है।’’
फ़ेसबुक पूर्व में कह चुका था कि वो ऐसी सामग्री को यूं ही छोड़ देगा।
अमरीका और ब्रिटेन में फ़ेसबुक की इस तरह के वीडियो के मामलों में कड़ी आलोचना हुई है।
ब्रितानी सरकार की बच्चों की इंटरनेट पर सुरक्षा संबंधी काउंसिल के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य जॉन कॉर का कहना था कि फ़ेसबुक इस मामले में अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं कर रहा है।
इतना ही नहीं एक ऑनलाइन याचिका के ज़रिए भी फ़ेसबुक पर दबाव बनाया गया था कि वो उस वीडियो को हटाए जिसमें एक व्यक्ति का सर कलम करते हुए दिखाया गया है।
इस वीडियो को यह रिपोर्ट लिखते वक्त तक 200 से अधिक लाइक मिल चुके थे।
फ़ेसबुक अधिकारी बाल्कम का कहना है कि ऐसे वीडियो क्लिप को फैलने से रोकने के आइडिया पर विचार किया जा सकता है
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