जया के 40 साल के सुनहरे साथ को एक पूरा जीवन मान पुरानी यादों से अभिभूत हुए अमिताभ
जनम जनम का साथ...
पहली बार मिले : जया पुणे में फिल्मों की पढ़ाई कर रहीं थी कि उनकी मुलाकात अपनी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी की शूटिंग करने वहां आए अमिताभ से हुई। जया हालांकि उन्हें पहले से जानती थीं। उनकी सहेलियां हालांकि अमिताभ को लंबू-लंबू कह रही थीं लेकिन जया अमिताभ को बड़ी संजीदगी से लिया। दरअसल उनके मन में अमिताभ की छवि सुप्रसिद्ध छायावादी कवि हरिवंशराय बच्चन के संस्कारी और सादगी पसंद बेटे के रूप में थी।
फिल्मी दुनिया में अमिताभ एक अध्याय की तरह हैं। इसलिए तो फिल्मों की चकाचौंध और अपार सफलता के बीच भी उनके परिवार ने आदर्श पैमाने स्थापित कर रखे हैं। संस्कार और उसूलों में भी अमिताभ और उनके परिवार का कोई जवाब नहीं। आधुनिक जमाने में भी सामाजिक आयामों की व्याख्या करने वाले इस परिवार की धुरी जया हैं तो अमिताभ ठहरे इसके ध्वजवाहक। आपसी विश्वास और प्रेम की बानगी अमिताभ और जया के वैवाहिक जीवन के 40 साल के सुनहरे साथ में बड़े ही सुलझे ढंग से नजर आती है।
मुंबई। हिंदी फिल्मी दुनिया के बहुआयामी अभिनेता अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी के 40 साल पूरे हो गए हैं। जया के साथ अपने सुनहरे साथ की 40 वीं सालगिरह पर अमिताभ पुरानी यादों को ताजा करते हुए अभिभूत हो गए।
अमिताभ ने कहा कि ऐसा लगता है जैसे यह एक आम शाम की तरह ही थी, जब मैंने और जया ने ब्याह रचाने का निर्णय लिया। हिंदी फिल्मी दुनिया के अब तक के सर्वाधिक लोकप्रिय सितारे सत्तर वर्षीय अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा कि 3 जून 2013 को हमारी शादी के 40 साल पूरे हो गए। जया और मैं 40 साल से शादी के बंधन में हैं। ऐसा लगता है एक जीवन जी लिया है, हमने। बच्चन ने बिंदास और रोमांटिक अंदाज में जया के साथ की सुनहरी यादों को प्रशंसकों के समक्ष रखा। बिग बी ने ब्लॉग पर शुभकामनाएं देने वाले अपने शुभचिंतकों और प्रशंसकों का आभार भी जताया। अभिनेता ने ईश्वर को धन्यवाद देते हुए कहा कि ईश कृपा से ही उन्हें एक बड़ा और प्यारा परिवार मिला है, जिसमें उनकी हमसफर जया, दो बच्चे, तीन पोते-पोतियां, बहू, दामाद और रिश्तेदार सभी तो हैं। शादी की यादों को अपने फैंस के बीच बांटते हुए बिग बी ने ब्लॉग पर लिखा कि ऐसी ही एक शाम थी जब मैं अपने माता-पिता के साथ शहर के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित मालाबार हिल्स गया और बिना किसी शोरशराबे और तामझाम के परिवार, कुछ दोस्तों और कुछ करीबी मीडिया साथियों की उपस्थिति में जया से शादी कर ली। बच्चन ने यह भी लिखा कि फिल्म ‘जंजीर’ के दौरान हमने एक दूसरे से वादा किया था कि अगर जंजीर कामयाब होती है तो हम शादी कर लेंगे। हमने वादा पूरा किया और आज ईश्वर की कृपा से हमारा भरा पूरा परिवार है। जया पहली बार अमिताभ के साथ वर्ष 1972 में आई फिल्म ‘बंसी बिरजू’ में दिखी थीं और इसी साल उनके द्वारा अभिनीत बी आर इशारा की ‘एक नजर’ भी प्रदर्शित हुई थी। एजेंसी
जब जया के मन में फूटा प्यार का अंकुर : ऋषिकेश दा ने गुड्डी के लिए पहले जया के साथ अमिताभ को चुना था। बाद में अमिताभ को इस फिल्म से निकाल दिया गया। फिल्म उद्योग के अधिकांश जानकार मानते हैं कि इस घटना के बाद ही जया के दिल में अमिताभ के प्रति पहली बार गहरी सहानुभूति पैदा हुई। बाद में जो धीरे धीरे प्यार में बदल गई।
गुपचुप ब्याह रचाया : अमिताभ और जया ने 1973 में फिल्म जंजीर में अभिनय किया। शूटिंग के दौरान ही दोनों ने विवाह करने का फैसला किया। दोनों ने एक दूसरे से वादा किया था कि फिल्म कामयाब होती है तो शादी कर लेंगे। अभिमान की शूटिंग के बाद छुट्टी मनाने दोनों ने विदेश जाने का मन बनाया। पर हरिवंशराय बच्चन ने कहा कि जया के साथ छुट्टियां बितानी है तो पहले अमिताभ को उनसे विवाह करना होगा। बाद में गुपचुप तरीके से बेहद सादे समारोह में दोनों ने विवाह किया।
शोले के दौरान बिग बी बने पिता : शादी के बाद भी जया फिल्मों में नजर आईं। शोले फिल्म के दौरान जया मां बनने वाली थीं। फिल्म के आ जाने के बाद जया ने श्वेता को जन्म दिया। मां बनने के बाद जया कुछ समय तक फिल्मों से दूर रहीं। और अभिषेक के जन्म के बाद तो जया धीरे धीरे पूरी तरह फिल्मों से अलग हो गईं। उनका फिल्मों से अलग होने का फैसला परिवार का सामूहिक फैसला था।
बाराती थे सिर्फ पांच : बिग बी की बारात में महज पांच बाराती ही थे। फिल्म इंडस्ट्री से तो केवल गीतकार गुलजार थे। जया की तरफ से माता-पिता के अलावा बहनें थी। बारात की अगवानी अभिनेता असरानी और अभिनेत्री फरीदा जलाल ने की। बाद में एक भव्य समारोह में पूरी फिल्मी दुनिया को निमंत्रण दिया गया।
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